मुफासा: द लायन किंग मूवी रिव्यू

किसका है यह तुमको इंतजार मैं हूं ना। क्यों गा रहा हो यह गाना, आप मुफसा मूवी हिंदी में देखो पता चल जाएगा। द लायन किंग का प्रीक्वेल एंड मुफसा की बैक स्टोरी को दर्शाती फिल्म मुफसा द लायन किंग आ गई है। थिएटर्स में मैंने देखी हिंदी डब्ड वर्जन 3d में और हिंदी में देखने का रीजन भाई एसआरके की आवाज और भी कई सारी बॉलीवुड एक्टर्स की आवाज आपको इसमें सुनने को मिलेगी एंड थिएटर वालों ने जो एंट्री गेट बनाया था। भाई मैं वही पिघल गया, इतना तामझाम तो इंडियन फिल्म के लिए भी नहीं होता यार। बाकी लायन किंग मूवी अगर आपने देखी हो फर्स्ट पार्ट तो बढ़िया बात है क्योंकि उस फिल्म का थोड़ा सा रेफरेंस इस फिल्म में दिया गया है तो हां मैंडेटरी तो है पहली फिल्म वो लायन किंग देखना क्योंकि इसमें स्टोरी टेलिंग है बाय रफिक की विथ टिम एंड पंबा जो पिछले पार्ट में भी थे। बट जितने भी कैरेक्टर्स पिछले पार्ट में थे, उन सब की बैक स्टोरी से भरी यह मूवी है। जिसमें भाई एनिमेशन की क्या ही बात करूं मैं ऐसा लगता है मानो आप रियल लाइफ एनिमल सामने देख रहे हो जो बोल सकते हैं इट्स लाइक एनिमल प्लेनेट वाचिंग ऑन बिग स्क्रीन। अब इसमें स्टोरी है मुफसा और स्कार की स्कार जिसका नाम पहले टाका था और टाका कैसे स्कार बना वो भाई कैसे बने एक साथ कैसे आए एंड बाद में उनमें दुश्मनी भरा कोल्ड वॉर कैसे स्टार्ट हुआ वो सब यहां आपको देखने को मिलेगा। दिक्कत तब हो जाती है जब आपको स्टोरी लाइन को समझाने के लिए गानों का इस्तेमाल किया जाता है फर्स्ट हाफ में ही तीन गाने हैं एंड सेकंड हाफ में भी आई थिंक दो गाने। यह एक म्यूजिकल जानरा वाली मूवी है तो इट्स ओके बट वो गाने ना भी होते तो भी अच्छा होता क्योंकि गाने पता नहीं क्यों कनेक्ट नहीं कर पाते। प्रोबेबली इंग्लिश में अच्छे साउंड करते हो बट हिंदी में इट साउंड्स वेरी डिफरेंट एंड लिटिल ऑफ जस्ट लाइक पुष्पा के सॉन्ग तेलुगू में अच्छे साउंड करते हैं। वैसे ही सेम वो हिंदी में नहीं इट साउंड्स वेरी डिफरेंट। बट यार जिस तरह से इमोशंस के साथ खेला है इस मूवी में आप हर एक कैरेक्टर के साथ कनेक्ट कर जाते हो। चाहे वह मुफसा हो टाका हो टाका की मां या फादर हो या इवन विलन जो दिखाया है वो सफेद टाइगर उसका नाम स्कॉर्ज है। वो भी कनेक्ट कर जाते हैं। मूवी बस दो घंटे की ही है एंड स्टोरी लाइन जिस तरह से चलती रहती है आपको बोर तो फील नहीं करेगी गानों के अलावा। फर्स्ट हाफ में जब मुफसा अपने फैमिली से एक हादसे में बिछड़ता है वो बहुत ज्यादा इमोशनल मोमेंट है। मतलब सोचो ना के उस सीन को इस तरह से प्रेजेंट किया गया है कि आपका मन जानवरों के प्रति भी दुखने लगता है कि यार शिट ऐसा नहीं होना चाहिए था। एंड दिस इस बियुटी ऑफ द फिल्म। मूवी काफी साफ सुथरी है फैमिली के साथ एंजॉय कर सको ऐसी है बस थोड़ी लंबी फील होती है इवन ये बस दो घंटे की ही मूवी है फिर भी थ्रिल वाले मोमेंट्स काफी कम है एंड इमोशनल अटैचमेंट वाले ज्यादा सींस है। अगर मैं कंपेयर करूं इसको इसके फर्स्ट पार्ट से तो 101 पर इसका फर्स्ट पार्ट ज्यादा अच्छा था। तो मेरे तरफ से मुफसा द लायन किंग को थ्री आउट ऑफ फाइव स्टार्स एंड आई रियली फील कि मूवी और भी शानदार बन सकती थी। थोड़ा मिसफायर हो गया बट एक्सपीरियंस वाइज थिएटर में मजा जरूर आएगा।

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